रुशील कुमार तिवारी ने गरीबों को मिलने वाला कंबल के क्वालिटी पर प्रश्न उठाया*
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव सह राष्ट्रीय परिषद सदस्य रुचिर कुमार तिवारी ने गरीबों को मिलने वाला कंबल के क्वालिटी पर प्रश्न उठाया है और इसमें पलामू जिला में लाखों रुपया घोटाला का मामला सामने आया है और इस घोटाला के सूत्रधार पलामू जिला प्रशासन और टाइटल प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड पानीपत (हरियाणा )के मिली भगत से हुआ है। पलामू उपायुक्त ने कंबल की जांच करने की बात तो कहीं लेकिन किसी भी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कंबल के क्वालिटी की जांच नहीं किया और बिना जांच के ही उसे क्लीन चिट दे दिया ,ठीक उसी तरह प्रखंड विकास पदाधिकारी ने काम किया जिस तरह अंचलाधिकारी और उनके कर्मचारी घर बैठे एलपीसी और जमीन का मोटेशन पैसा के बल पर कर देते हैं। पलामू जिला में कंबल का यह घोटाला बहुत ही चिंतनीय विषय है और इस पर जनप्रतिनिधि विधायक सांसद यहां तक की कांग्रेस और झामुमो जैसी अन्य पार्टियों भी खामोश है। और दूसरी ओर पलामू उपायुक्त के कंबल घोटाले की जांच की भूमिका संदिग्ध बताती है इसलिए पलामू प्रमंडलीय आयुक्त इस कंबल घोटाले की जांच करें तभी पता चलेगा कि किस प्रकार से आम जनता के टैक्स के पैसा को सरकारी महकमों और कंपनी ने मिलकर बंदर बांट किया है एवं कंबल का यह घोटाला जांच होने के बाद दूध का दूध और पानी का पानी नजर आ जाएगा।