फौजी के रुतबे से बड़ा कोई रूतबा नहीं होता वर्दी से बड़ कर कोई सान नही होता।
फौजी के रुतबे से बड़ा कोई रूतबा नहीं होता वर्दी से बड़ कर कोई सान नही होता।
(🇮🇳INDIAN ARMY🇮🇳)
आज दिनांक 18 अगस्त 2024 को 1965 और 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में शामिल हुए भारतीय सेना के जवानों और शहीद जवानो को और उनके परिवारजनों को सम्मान करने हेतु 5 गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी और जवानों के द्वारा आज वीर नारी मेरी दादी मां को सम्मानित किया गया मेरे घर पर आकर।
ज्ञात हो कि हमारे परम आदरणीय दादाजी स्वर्गीय नेपाल महतो जो 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध के योद्धा रह चुके हैं आज वह इस दुनिया में नहीं है फिर भी भारतीय सेना उनकी बहादुर और शौर्य को सलाम करती है। कोई किसी के लिए जान नहीं देता एक सैनिक ही है जो वह पूरे देश को सुरक्षित रखने के लिए शहादत को गला लगा लेता है। मेरे पिता जी भी BSF में कार्यरत है आज भी हम सभी परिवारजन दादाजी के बताए हुए कदमों पर चलने का प्रयास करते हैं और राष्ट्र सेवा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। जब भी इस राष्ट्र को हमारी जरूरत पड़ेगी अपने सर्वत्र निछावर करने के लिए तैयार जय हिंद जय भारत🇮🇳🙏🏻