‘CM फेस कोई हो, मैं साथ दूंगा क्योंकि मुझे गद्दारों को जवाब देना है…’, उद्धव ठाकरे ने कर दिया ऐलान
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर मची खींचतान पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है. शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा है कि कांग्रेस और एनसीपी (शरद पवार) महा विकास अघाड़ी के सीएम कैंडिडेट के रूप में जिसका नाम भी बढ़ाएंगी, वह उसका समर्थन करेंगे.
उद्धव ने यह भी कहा कि यह समय स्वार्थ से ऊपर उठकर काम करने का है. चर्चाएं हैं कि महा विकास अघाड़ी उन्हें प्रचार अभियान का मुखिया बनाकर उन्हीं की अगुवाई में चुनाव में उतर सकता है. इससे पहले, कांग्रेस की ओर से कुछ ऐसे बयान सामने आए थे जिनके चलते सीएम फेस को लेकर पेच फंसता दिख रहा था.
सीएम फेस को लेकर हो रहे विवाद पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘BJP के साथ मेरे अनुभव के बाद मेरी राय है कि हमें गठबंधन में सबसे ज्यादा सीट वाली पार्टी को सीएम पद देने की नीति पर काम नहीं करना चाहिए. पिछले कई चुनावों में बीजेपी के साथ गठबंधन करके हमने देखा है कि अपने ज्यादा विधायक लाने के चक्करे में पार्टियां खुद ही अपने गठबंधन सहयोगी के उम्मीदवार को हराने की कोशिश करती हैं. ऐसे में मेरी राय है कि सीएम का पद उसी को मिले जिसके सबसे ज्यादा विधायक हों.’
‘मुझे 50 खोखा वालों और गद्दारों को जवाब देना है’
आज महा विकास अघाड़ी के पदाधिकारियों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने हर पार्टी के नेताओं को नसीहत दी. उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘सभा पार्टियों के नेता महाराष्ट्र के गौरव और सम्मान के लिए मिलकर काम करें और निजी हित से ऊपर उठें. महा विकास अघाड़ी के सीएम पद पर फैसला कर लेते हैं, मैं इसका समर्थन करूंगा. कांग्रेस-एनसीपी (SCP) नाम सुझाएं, मैं इसका समर्थन करूंगा क्योंकि हमें महाराष्ट्र की बेहतरी के लिए काम करना है और मैं इन 50 खोखा और गद्दारों को जवाब देना चाहता हूं कि लोग हमें चाहते हैं. तुम्हें नहीं.’
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, ‘आइए चर्चा करते हैं कि आपने (महायुति) क्या किया और हमने (महा विकास अघाड़ी) ने देश और राज्य के लिए क्या किया. ये लोग नगर निगम के चुनाव नहीं होने दे रहे हैं और इन लोगों ने अभी तक आगामी विधानसभा चुनाव की तारीख नहीं तय की है.’
वक्फ बोर्ड को लेकर चल रहे विवाद पर उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘मैं ऐलान कर रहा हूं कि वक्फ बोर्ड हो या कोई मंदिर हो या कोई अन्य धार्मिक संपत्ति हो, मैं किसी भी संपत्ति को किसी को छूने नहीं दूंगा. यह मेरा वादा है. यह सिर्फ वक्फ बोर्ड की बात नहीं है. यह मंदिरों से भी जुड़ा है क्योंकि शंकराचार्य का कहना है कि केदारनाथ मंदिर से 200 किलो सोना चुरा लिया गया. इसकी जांच होनी चाहिए.’