एक जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाते हैं …..आदिवासी समाज
एक जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाते हैं आदिवासी समाज
जहां पूरी दुनिया में पहली जनवरी को नए वर्ष के आगमन पर जश्न मनाया जाता है, वहीं झारखंड के खरसावां और कोल्हान के जनजातीय समुदाय के लोग एक जनवरी को काला दिवस और शोक दिवस के रूप में मनाते हैं। क्योंकि आजादी के मात्र साढ़े चार महीने बाद ही खरसावां हाट बाजारटांड़ में पुलिस फायरिंग में कई आदिवासी मारे गए थे।
झारखंड के खरसावां में एक जनवरी 1948 को हुए गोलीकांड के शहीदों की याद में आदिवासी समाज आदिवासी हो समाज द्वारा नया साल का जश्न नहीं मनाया जाता है। आदिवासी समाज प्रत्येक वर्ष एक जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाते है।