General Insurance: सरकारी बीमा कंपनियां बंद करेंगी कार और हेल्थ इंश्योरेंस, देंगी हजारों जॉब
Finance Ministry: पब्लिक सेक्टर की जनरल इंश्योरेंस कंपनियों को मुनाफे में लाने के लिए सरकार ने योजना तैयार कर ली है. इन कंपनियों से अब सिर्फ मुनाफे वाले कारोबार पर ध्यान देने को कहा गया है.
बीमा कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वह मोटर और हेल्थ इंश्योरेंस जैसे नुकसान वाले कारोबार से खुद को बाहर निकालें. साथ ही इन कंपनियों को फिर से भर्ती शुरू करने की मंजूरी भी दी गई है. सरकार ने हाल ही में नेशनल इंश्योरेंस (National Insurance), ओरिएंटल इंश्योरेंस (Oriental Insurance) और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस (United India Insurance) में 7,250 करोड़ रुपये डाले हैं. इन तीनों के अलावा न्यू इंडिया एश्योरेंस (New India Assurance) पहले से ही मुनाफे में चल रही है.
कारोबार बढ़ाने के बजाय मुनाफे वाले बिजनेस पर ध्यान दें
वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने इन सरकारी बीमा कंपनियों से कहा है कि वे कारोबार बढ़ाने के बजाय मुनाफे वाले बिजनेस पर ध्यान दें. वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी (Vivek Joshi) ने बताया कि हम जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के प्रदर्शन की निगरानी कर रहे हैं. इस साल उनके प्रदर्शन पर कड़ी नजर रखी जाएगी. हमें उम्मीद है इन कंपनियों को और पूंजी की जरूरत नहीं पड़ेगी. यही वजह है कि बजट में भी ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया गया है.
इंश्योरेंस कंपनियों के वित्तीय प्रदर्शन में आया सुधार
उन्होंने कहा इन तीनों कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन सुधरा है. ओरिएंटल इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 2024 में 18 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. एक साल पहले यह कंपनी 5,000 करोड़ रुपये के घाटे में थी. नेशनल इंश्योरेंस कंपनी ने अपना घाटा 3,800 करोड़ रुपये से कम करके 187 करोड़ रुपये और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस का घाटा 2,800 करोड़ रुपये से घटकर 800 करोड़ रुपये रहा गया है. उधर, न्यू इंडिया एश्योरेंस का मुनाफा बढ़कर 1,100 करोड़ रुपये हो गया है.
भर्ती करने पर लगी रोक हटी, दे सकेंगी नए जॉब
विवेक जोशी ने कहा कि इन कंपनियों के बहुत सारे कर्मचारी रिटायर हो गए थे. नए कर्मचारियों को भर्ती करने पर रोक लगी हुई थी. अब उन्हें धीरे-धीरे भर्ती करने के लिए कहा गया है. इससे इन कंपनियों का प्रदर्शन सुधरेगा. पहले ये कंपनियां ग्रोथ दिखाने के लिए बिजनेस बढ़ा रही थीं. अब इन्हें सिर्फ प्रॉफिट पर ध्यान देने को कहा गया है. सरकार इन इंश्योरेंस कंपनियों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए 17,450 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है. इन चार में से सिर्फ न्यू इंडिया एश्योरेंस ही स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टेड है.