KBC16: एक करोड़ का वो सवाल जिसे नहीं बता पाया उज्जवल, क्या आप जानते हैं जवाब?
अमिताभ बच्चन के चर्चित क्विज़ शो “कौन बनेगा करोड़पति” (KBC) के सीजन 16 में प्रतियोगी उज्जवल प्रजापत ने अपने ज्ञान और प्रतिभा का अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन एक करोड़ रुपये के सवाल का जवाब नहीं दे पाने के कारण वे पहले करोड़पति बनने से चूक गए।
23 सितंबर को प्रसारित इस एपिसोड में, उज्जवल ने दर्शकों का दिल जीता, लेकिन आखिरी क्षणों में उनका सपना अधूरा रह गया। परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं उज्जवल प्रजापत एक साधारण परिवार से आते हैं। उनकी मां बीड़ी बेचती हैं और दादी मटके बनाती हैं, जबकि उनके पिता एक मजदूर हैं। उज्जवल ने खुद बताया था कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है, और उनके घर में खाने की मात्रा इतनी होती है कि बस पेट भर सके। इसके बावजूद, उन्होंने अपने ज्ञान और संघर्ष के माध्यम से KBC में भाग लेकर एक नई पहचान बनाने का प्रयास किया। 50 लाख रुपये जीतने में मिली सफलता शो में उज्जवल ने शुरुआत में ही दो लाइफलाइन का इस्तेमाल किया, जिससे दर्शकों को लगा कि वे शायद आगे नहीं बढ़ पाएंगे। लेकिन खेल में मोड़ तब आया जब उन्होंने प्रश्नों का सही उत्तर देकर 50 लाख रुपये जीतने में सफलता हासिल की। इस उपलब्धि ने न केवल उन्हें बल्कि उनके परिवार को भी गर्व महसूस कराया, और दर्शकों में उनकी जीत की उम्मीदें जगा दीं। एक करोड़ का सवाल जब एक करोड़ रुपये का सवाल पूछा गया, तो खेल का उत्साह और भी बढ़ गया। अमिताभ बच्चन ने उनसे पूछा:
भारत की ओर से एक रियासत के किस शासक ने 1919 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद वर्साय की संधि पर हस्ताक्षर किए थे? इसके चार विकल्प थे: 1. महाराजा संवाई जयसिंह द्वितीय 2. निजाम मीर उस्मान अली खान 3. नमीद हमीदुल्लाह खान 4. महाराजा गंगा सिंह सूत्रों के अनुसार, सही उत्तर महाराजा गंगा सिंह था। हालांकि, उज्जवल ने इस सवाल का सामना करते हुए “क्विट” करने का निर्णय लिया। उनका यह निर्णय सुनकर दर्शक निराश हो गए, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि वे सही उत्तर देकर करोड़पति बन जाएंगे। इस प्रकार, उन्होंने 50 लाख रुपये ही जीतकर शो से विदाई ली। ज्ञान और मेहनत से कोई भी बड़ी सफलता नहीं होती हासिल उज्जवल की कहानी ने दर्शकों को छू लिया, और उनके संघर्ष को देखकर कई लोग प्रेरित हुए। सोशल मीडिया पर भी उनके प्रति समर्थन और सहानुभूति व्यक्त की गई। कई दर्शकों ने कहा कि भले ही वे करोड़पति नहीं बन सके, लेकिन उनकी यात्रा ने यह साबित कर दिया कि ज्ञान और मेहनत से कोई भी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है। KBC 16 को अब तक अपने पहले करोड़पति का इंतजार है, और उज्जवल प्रजापत की कहानी ने इस सीजन को एक विशेष मोड़ दिया है। उनका अनुभव दर्शकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, यह दिखाते हुए कि साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले लोग भी कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। उज्जवल की यात्रा यह भी दर्शाती है कि कभी-कभी ज्ञान के साथ-साथ सही समय पर सही निर्णय लेना भी महत्वपूर्ण होता है।