मर्डर के बाद 250 किलोमीटर दूर ठिकाने लगाई लाश… फिर प्रेमी ने नदी में कूदकर दे दी जान, ये खूनी वारदात कर देगी हैरान
छत्तीसगढ़ से प्रेमी, प्रेमिका और कत्ल की एक ऐसी कहानी सामने आई है, जिसे सुनकर पुलिस भी हैरान है. दरअसल, एक शख्स कुछ महीनों से अपनी माशूका के साथ लिवइन में रह रहा था. मगर अचानक उसने अपनी मोहब्बत का गला घोंटकर उसे खत्म कर दिया.
और उसकी लाश को मौका-ए-वारदात से करीब 250 किलोमीटर दूर ठिकाने लगा दिया. कहानी यहीं खत्म नहीं होती. उस कातिल प्रेमी ने खुद भी एक नदी में कूदकर जान दे दी.
मोहब्बत का खूनी अंजाम
कत्ल कहीं और लाश कहीं.. ये मामला बिल्कुल ऐसा ही है. 38 साल की सरकारी टीचर महिला का कत्ल हुआ और उसकी लाश मिली 250 किलोमीटर दूर. कातिल कोई और नहीं बल्कि उस महिला का 43 वर्षीय प्रेमी था. जिसने माशूका की लाश को ठिकाने लगाने के साथ ही मौत को गले लगा लिया. दरअसल, इस खूनी कहानी का आगाज होता है, 8 अगस्त को.
मां ने दर्ज कराई थी शिकायत
उस दिन कबीरधाम जिले के दशरंगपुर पुलिस चौकी क्षेत्र की निवासी सावित्री विश्वकर्मा पुलिस के पास शिकायत लेकर पहुंची और बताया कि उनकी बेटी सपना विश्वकर्मा 27 जुलाई को लापता हो गई थी. उसका कुछ अता पता नहीं है. सपना बाघामुड़ा सरकारी स्कूल में शिक्षिका थी. महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस हरकत में आ गई.
मोबाइल ने खोला राज
इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की. सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और सपना के कॉल डिटेल रिकॉर्ड और मोबाइल फोन लोकेशन की जांच की गई. जिससे पता चला कि सपना 1 अगस्त तक एक महीने तक बेमेतरा जिले के लोलेसरा में रही थी. पुलिस ने वो लोकेशन ट्रेस कर ली. दरअसल, जहां सपना की लोकेशन आ रही थी, वो लोलेसरा निवासी रघुनाथ साहू का घर था. पुलिस ने उसी पर ध्यान केंद्रित कर दिया.
मकान मालिक ने बताई सच्चाई
रघुनाथ साहू की तहकीकात करने पर पुलिस को पता चला कि उसने अपना मकान 43 वर्षीय राम आशीष उपाध्याय को किराए पर दिया था, जिसके साथ सपना रिलेशनशिप में थी. जिले के एएसपी से मिली जानकारी के मुताबिक, रघुनाथ साहू ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि आशीष और सपना उसके मकान में किराएदार के तौर पर साथ रहते थे और दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था.
आशीष ने मकान मालिक को बताई हत्या की बात
मकान मालिक रघुनाथ ने पुलिस को बताचा कि 2 अगस्त की सुबह करीब 3 बजे आशीष उपाध्याय ने उसे फोन किया था, जो वहां से कुछ ही दूर दूसरे मकान में रहता है. आशीष ने उसे अपने घर आने के लिए कहा. जब रघूनाथ उस जगह पहुंचा, तो आशीष ने उसे बताया कि उसने विवाद के बाद सपना की गला घोंटकर हत्या कर दी और लाश को छिपाने के लिए उसकी मदद मांगी.
भिलाई से लाए थे स्कॉर्पियो गाड़ी
उसकी बात सुनकर रघुनाथ के होश उड़ गए. वो घबरा गया. अब उसे अपने फंसने का डर भी सता रहा था. लिहाजा, आशीष की मदद के लिए तैयार हो गया. फिर आशीष वहां से रघुनाथ साहू को अपने साथ दुर्ग जिले के भिलाई शहर में अपने पैतृक घर ले गया और वहां से अपनी एसयूवी, स्कॉर्पियो को लोलेसरा ले आया.
केशकाल घाटी में फेंकी थी सपना की लाश
इसके बाद उन दोनों ने मिलकर सपना की लाश को एक चादर में लपेटा और फिर उसे गाड़ी में डालकर बेमेतरा से 250 किलोमीटर दूर रायपुर-जगदलपुर मार्ग पर केशकाल घाटी ले गए और वहां सपना की लाश को उस घाटी में फेंक दिया. इसके बाद वे दोनों वहां से निकल गए.
नदी में मिली आशीष की लाश
इस बीच, रविवार को बेमेतरा में शिवनाथ नदी में एक शख्स की लाश मिली. पुलिस ने लाश को बाहर निकलवाया और शिनाख्त की कार्रवाई की तो पता चला कि वो लाश सपना के कातिल प्रेमी आशीष उपाध्याय की थी. पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि उसने हत्या के मामले में गिरफ्तारी के डर से नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली.
बेमेतरा जिला पुलिस कर रही है जांच
पुलिस ने बताया कि सपना का आंशिक रूप से सड़ा हुआ शव सोमवार को केशकाल घाटी से बरामद किया गया और अपराध में इस्तेमाल की गई एसयूवी भी जब्त कर ली गई. मकान मालिक रघुनाथ साहू को इस मामले में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और मामले को आगे की जांच के लिए यह केस बेमेतरा पुलिस को सौंप दिया गया है.