NEET की चीट का काला चिट्ठा, ₹30-30 लाख में बिका था पेपर, 6 चेक खोलेंगे राज

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नीट पेपर विवाद मामले में बिहार पुलिस अबतक 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. इसमें एक सिकंदर यादवेंदु है. अबतक की पुलिस की जांच में ये खुलासा हुआ है कि सिकंदर ही किंगपिन यानी कि सरगना है.

आरोपियों ने जो बातें कबूल की हैं, वो हैरान करने वाली हैं. इसके साथ ही 6 पोस्ट डेटेड चेक (पुरानी तारीखों के चेक) भी मिले हैं, जिसके पीछे की कहानी होश उड़ाने वाली है. अब सिकंदर के रिश्तेदारों और दोस्तों की कुंडली भी खंगाली जा रही है.

सिकंदर यादवेंदु बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. वो एक घोटाले के मामले में जेल भी जा चुका है. वो पहले रांची में ठेकेदारी का काम करता था. साल 2012 में उसने बिहार SSC परीक्षा पास की और जूनियर इंजीनियर बन गया. उसका बेटा और बेटी दोनों एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. उसका दामाद एमबीबीएस के बाद पीजी कर रहा है.

जेल से बाहर आया और पेपर लीक गैंग से जुड़ गया

सिकंदर रोहतास में 3 करोड़ के एलईडी घोटाले का आरोपी है. इसी मामले में वो जेल भी जा चुका है. जेल से बाहर आने के बाद वो नीट पेपर लीक गैंग से जुड़ गया. उसकी बहाली भी शक के घेरे में है. इसलिए पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं. इस मामले में पटना ईओयू ने एक और बड़ा खुलासा किया है. ईओयू ने 6 पोस्ट डेटेड चेक बरामद किए हैं. इनका पेपर लीक से कनेक्शन होने की आशंका जताई जा रही है.

इकनॉमिक ऑफेंसेस यूनिट ने एनटीए को भेजे 3 रिमाइंडर

ये सभी चेक माफियाओं के नाम जारी किए गए थे. आरोप है कि कैंडिडेट्स से 30-30 लाख मांगे गए. अब ईओयू अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रही है. इकनॉमिक ऑफेंसेस यूनिट ने एनटीए से प्रश्न पत्र मांगा है. वो नीट के जले हुए प्रश्न पत्र से मिलान करना चाहती है. 5 मई को जला हुआ प्रश्न पत्र मिला था. ईओयू ने एनटीए को 3 रिमाइंडर भेजे हैं. प्रश्नपत्र न मिलने से जांच पर असर भी पड़ रहा है. हालांकि, अभी तक एनटीए की ओर से प्रश्नपत्र नहीं दिया गया है.

ईओयू के डीआईजी मानवजीत ढिल्लों ने कही ये बात

पोस्ट-डेटेड चेक को लेकर ईओयू के उप महानिरीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा है कि ईओयू के अधिकारियों ने 6 चेक बरामद किए हैं. ये उन अपराधियों को जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए. इनके खातों की जानकारी जुटाई जा रही है.

30 से 32 लाख रुपये लिए गए… आरोपियों का कबूलनामा

सिकंदर के साथ ही इस मामले में पुलिस ने एक अन्य युवक को पकड़ा है. उसका नाम नीतीश कुमार है. वो बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक मामले में इसी साल जेल गया था. इन आरोपियों ने कबूल किया है कि 5 मई को परीक्षा थी और पेपर चार मई को ही लीक हो गया था. इसके लिए अभ्यर्थियों से 30 से 32 लाख रुपये लिए गए. कथित पेपर लीक मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें से चार परीक्षार्थी और उनके परिवार के सदस्य शामिल हैं. सभी बिहार के रहने वाले हैं.

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