विहिप का उद्देश्य किसी संप्रदाय या जाति का विरोध नहीं, संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करना है : विहिप पलामू।
विहिप का उद्देश्य किसी संप्रदाय या जाति का विरोध नहीं, संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करना है : विहिप पलामू।
आज विश्व हिंदू परिषद के समरसता आयाम के द्वारा मेदनीनगर के पलामू क्लब के पास सेवा बस्ती में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती समारोहपूर्वक आयोजित की गई। सेवा वस्ती के लोगों के साथ मिल कर विहिप के कार्यकर्ताओं ने महर्षि वाल्मीकि के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर महान आत्मा के प्रति अपनी भावभीनी संवेदना प्रकट किया।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री दामोदर मिश्र ने बताया कि महर्षि वाल्मीकि विश्व के पहले कवि थे। वे प्रजापति प्रचेता के दसवें पुत्र थे। वे मात्र कवि नहीं, बल्कि दिव्य अस्त्रों के ज्ञाता भी थे। उन्होंने ही लव और कुश को वीर योद्धा बनाया, जिन्होंने ने भगवान श्री राम के संपूर्ण सेना को परास्त किया था। महर्षि वाल्मीकि किसी एक जाति के नहीं, बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज के लिए श्रद्धा के केंद्र हैं। विश्व हिंदू परिषद किसी धर्म या संप्रदाय के विरुद्ध नहीं, अपितु सम्पूर्ण हिंदू समाज को संगठित करने के प्रति कृत संकल्पित है। समाज में व्याप्त भेदभाव, छुआ छूत और उच्चता नीचता जैसे कुरीतियों को समाप्त कर हम संगठित और सशक्त समाज का निर्माण करना चाहते हैं ।
जिला संपर्क प्रमुख किशोर पाण्डेय जी ने अपने संबोधन में बताया कि “सर्वे हिंदवा सोदरा, न हिंदू पतितो भवेत” विश्व हिंदू परिषद के घोष वाक्य है। आज जिन्हें हम पिछड़ी जाति, दलित या आदिवासी कहते हैं, वे सब के सब धर्म योद्धा हैं। इन्होंने मुगलों के अन्याय को सहा, लेकिन अपने धर्म को नहीं छोड़ा। विश्व हिंदू परिषद का सतत प्रयास रहा है कि समाज में समरसता आए, तथा सभी प्रकार के भेदभाव, उच्चता नीचता के भावना का समूल नाश हो।
आज के इस समारोह में जिला उपाध्यक्ष अजीत पाठक, जिला मंत्री दामोदर मिश्र, जिला समरसता प्रमुख पप्पू लाठ, जिला बजरंग दल संयोजक संदीप प्रसाद गुप्ता, जिला संपर्क प्रमुख किशोर पाण्डेय, जिला कोषाध्यक्ष राजीव गोयल, बजरंगी प्रकाश विश्वकर्मा, हिंदू जागरण मंच से विशाल कुमार, और सेवा बस्ती के निवासी अर्जुन कुमार, पूजा देवी, शांति देवी, राधिका कुमारी, पलक, इत्यादि की सहभागिता रही।